राजस्थान सरकार की यह मजबूत पहल उन परिवारों के लिए जैसे एक आशा की किरण है, जहाँ आर्थिक तंगी की वजह से बेटियों की पढ़ाई, शादी या आगे बढ़ने पर सवाल खड़े हो जाते हैं।
क्या है शुभ शक्ति योजना?
- राजस्थान सरकार के Construction Workers Welfare Board द्वारा संचालित योजना है।
- इसके तहत श्रमिक परिवार की अविवाहित, बालिग बेटी को ₹55,000 की सहायता राशि दी जाती है।
- यह राशि बेटी की पढ़ाई, कौशल प्रशिक्षण, स्वरोज़गार या विवाह के लिए उपयोग की जा सकती है।
shubh shakti yojana पात्रता (Eligibility Crtieria)
- परिवार राजस्थान का निवासी होना चाहिए।
- कम से कम एक वर्ष से पंजीकृत निर्माण श्रमिक होना चाहिए।
- बेटी अविवाहित हो और कम से कम 18 वर्ष की हो।
- शिक्षा: कम से कम 8वीं पास होना अनिवार्य है।
- अगर परिवार का अपना मकान है, तो उसमें शौचालय होना चाहिए।
- श्रमिक को पिछले साल में कम से कम 90 दिन काम किया होना चाहिए।
- प्रति परिवार, दो बेटियों तक इसका लाभ मिल सकता है।
shubh shakti yojana ज़रूरी दस्तावेज़ (Documents Required)
- श्रमिक का पंजीकरण परिचय पत्र (मज़दूर कार्ड)
- बेटी की बैंक पासबुक जिसमें नाम, खाता नंबर व IFSC हो।
- आधार कार्ड / भामाशाह कार्ड, पता प्रमाण, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, BPL कार्ड (यदि हो), आठवीं पास का मार्कशीट, उम्र प्रमाणपत्र, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो।
shubh shakti yojana आवेदन कैसे करें? (How to Apply)
ऑनलाइन तरीका:
- Rajasthan Labour Department की वेबसाइट पर जाएँ:
labour.rajasthan.gov.in → “Download” टैब → “Formats of Schemes” तक जाएं। - वहाँ से Shubh Shakti Yojana का आवेदन पत्र PDF डाउनलोड करें।
- फॉर्म भरें और ज़रूरी डॉक्यूमेंट्स के साथ स्थानीय श्रम कार्यालय या मंडल सचिव कार्यालय में जमा करें।
- स्वीकृति मिलने के बाद राशि NEFT / RTGS के माध्यम से बैंक खाते में भेज दी जाती है।
सारांश तालिका
चीज़ | विवरण |
राशि लाभ | ₹55,000 (एक या दो बेटियों को) |
पात्रता | राजस्थान की अविवाहित बेटी, निर्माण श्रमिक परिवार, 18+ उम्र, 8वीं पास |
दस्तावेज़ | मजदूर कार्ड, बैंक पासबुक, आधार/भामाशाह, आय/जाति/BPL प्रमाणपत्र इत्यादि |
आवेदन | ऑनलाइन फॉर्म डाउनलोड करें → भरें → कार्यालय में जमा करें |
चुनौतियाँ और देरी की बातें
भारतीय एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कई आवेदन वर्षों से लंबित हैं — फिलहाल सिर्फ लगभग 22% ही मंजूर हुए हैं। निवेश की कमी और निर्माण कर्मचारी कल्याण निधि का सीमित बजट मुख्य बाधाएं बनी हैं।
निष्कर्ष
शुभ शक्ति योजना एक ताकतवर प्रयास है जो बेटियों को न केवल आर्थिक सहारा देती है, बल्कि उन्हें स्वावलंबी बनाने में भी मदद करती है। अगर आप या आपकी जान-पहचान की कोई बेटी पात्र है, तो तुरंत आवेदन करें — और यह सुनिश्चित करें कि दस्तावेज पूरे और सही हैं।
अब सही समय है खुद को और अपनी बेटी को अवसरों से जोड़ने का—आगे बढ़ें, उम्मीद को हकीकत में बदलें।