
मध्य प्रदेश कृषि विकास योजना क्या है?
Madhya Pradesh Krishi Vikas Yojana 2025 राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजना है, जिसका उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना, आधुनिक खेती को बढ़ावा देना, और कृषि में नवाचार को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत किसानों को तकनीकी सहायता, वित्तीय अनुदान, सिंचाई सुविधा, जैविक खेती, फसल बीमा और प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान की जाती है। यह योजना कृषि क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस योजना की शुरुआत कब और क्यों की गई?
मध्य प्रदेश सरकार ने 2010-11 में कृषि क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए योजना की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य था:
- कृषि उत्पादन को बढ़ाना
- किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारना
- प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण
- जलवायु के प्रभाव से खेती को सुरक्षित बनाना
- युवाओं को कृषि से जोड़ना
योजना का नाम | मध्यप्रदेश कृषि विकास योजना 2025 |
---|---|
राज्य | मध्यप्रदेश |
लाभार्थी | किसान |
जारी तिथि | वर्ष 2010-11 |
आधिकारिक वेबसाइट | https://mpkrishi.mp.gov.in |
मध्य प्रदेश कृषि विकास योजना के तहत कौन-कौन सी योजनाएं आती हैं?
- एकीकृत कृषि प्रणाली योजना (Integrated Farming System)
- फसल विविधिकरण योजना
- जैविक खेती प्रोत्साहन योजना
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
- सिंचाई सुविधा विस्तार योजना
- कृषि यंत्रीकरण योजना
- कृषि उद्यमिता विकास योजना
इस योजना का लाभ किन लोगों को मिलेगा?
इस योजना का लाभ निम्न वर्गों को मिलता है:
- छोटे और सीमांत किसान
- आदिवासी किसान
- महिला किसान
- जैविक खेती करने वाले किसान
- नवप्रवर्तन करने वाले कृषक
इस योजना से किसानों को क्या लाभ मिलेगा ?
मध्य प्रदेश कृषि विकास योजना के लाभ:-
- वित्तीय अनुदान: कृषि उपकरण, बीज, खाद, और सिंचाई साधनों के लिए सब्सिडी
- प्रशिक्षण और कार्यशालाएं: आधुनिक कृषि तकनीक सीखने के लिए
- मृदा परीक्षण और कार्ड: जिससे किसान जान सकें कि उनकी जमीन में किस फसल की उपज बेहतर होगी
- जैविक खेती को प्रोत्साहन: जैविक खाद, कीटनाशक और प्रशिक्षण
- कृषि यंत्रों की उपलब्धता: ट्रैक्टर, थ्रेसर, रीपर आदि पर छूट
इस योजना के तहत कौन-से फसल मॉडल्स को बढ़ावा दिया जाता है?
इस योजना के तहत सरकार निम्नलिखित फसल मॉडल्स को प्रोत्साहित करती है:
- धान + मछली पालन मॉडल
- गन्ना + सब्जी मॉडल
- अनाज + दलहन + तिलहन मिश्रित खेती
- फलों का बागवानी मॉडल (horticulture)
- कृषि + पशुपालन + बायोगैस यूनिट
इस योजना की प्रतिक्रिया किसके द्वारा की जाती है?
मध्य प्रदेश कृषि विकास योजना का प्रतिक्रिया राज्य कृषि विभाग द्वारा की जाती है, जिसमें जिला स्तर पर कृषि विकास अधिकारी, कृषि विस्तार अधिकारी और ग्राम स्तर पर कृषि सहायक की भूमिका होती है। इसके अलावा कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) और नाबार्ड जैसे संस्थान भी तकनीकी सहयोग प्रदान करते हैं।
इस योजना का फोर्म किसान कैसे अप्लाई कर सकते हैं?
आवेदन करने की प्रक्रिया:-

- ऑनलाइन माध्यम:
- mpkrishi.mp.gov.in वेबसाइट पर जायें
- ‘योजनाएं’ सेक्शन में संबंधित योजना चुनकर
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें
- mpkrishi.mp.gov.in वेबसाइट पर जायें
- ऑफलाइन माध्यम:
- नजदीकी कृषि कार्यालय (कृषि उप-संचालक कार्यालय) में जाकर
- आवेदन पत्र भरकर जमा कर सकते हैं।
- नजदीकी कृषि कार्यालय (कृषि उप-संचालक कार्यालय) में जाकर
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आवेदन करने के जरूरी दस्तावेज क्या हैं?
- आधार कार्ड
- किसान पंजीयन नंबर(Registration No.)
- भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र (खसरा/खतौनी)
- बैंक पासबुक की कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
क्या यह योजना सभी जिलों में लागू है?
हाँ, मध्य प्रदेश कृषि विकास योजना राज्य के सभी 52 जिलों में लागू की गई है। हालांकि, प्रत्येक जिले की भौगोलिक स्थिति और कृषि के अनुसार योजनाओं की प्राथमिकता बदल सकती है।
इस योजना से किसानों को अब तक क्या लाभ मिले हैं?
इस योजना से किसानों को मिले लाभ :-
- खेती में लागत में 20–30% की कमी
- उपज में 30–50% तक की वृद्धि
- जैविक खेती से आय में 2 गुना फायदा
- कृषि यंत्रों के उपयोग से श्रम की बचत
- युवा किसानों का कृषि में आकर्षण बढ़ा
- किसान प्रशिक्षण कार्यक्रमों से तकनीकी ज्ञान में सुधार
योजना में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?
हालांकि योजना सफल रही है, पर कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
- कुछ क्षेत्रों में जागरूकता की कमी
- ऑनलाइन आवेदन में तकनीकी अड़चन
- बिचौलियों द्वारा किसानों को गुमराह करना
- समय पर अनुदान न मिलना
- सीमांत किसानों तक पहुंच की कठिनाई
सरकार इस योजना को और अच्छा कैसे बना रही है?
- मोबाइल ऐप्स और डिजिटल पोर्टल की सुविधा
- GPS आधारित फसल ट्रैकिंग
- लाइव प्रशिक्षण और वीडियो से शिक्षण
- किसान हेल्पलाइन और ई-समाधान
- क्लस्टर बेस्ड खेती को प्रोत्साहन
क्या भविष्य में यह योजना अन्य योजनाओं से जोड़ी जाएगी?
जी हाँ, राज्य सरकार इस योजना को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, फसल बीमा योजना, ई-नाम पोर्टल, प्रधानमंत्री कृषि यंत्र योजना आदि से जोड़कर एकीकृत कृषि प्रणाली का निर्माण कर रही है। इससे किसानों को एक ही प्लेटफार्म पर अधिक लाभ मिल सकेगा।
योजना का बड़ा उद्देश्य क्या है?
- किसानों की आय को दोगुना करना
- कृषि को जलवायु सहनशील बनाना
- स्वदेशी और जैविक उत्पादन को बढ़ाना
- कृषि निर्यात को बढ़ावा देना
- कृषि क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित करना
- हरित क्रांति 2.0 की नींव रखना
निष्कर्ष:
मध्य प्रदेश कृषि विकास योजना न केवल एक कृषि सुधार योजना है, बल्कि यह किसानों की आर्थिक आज़ादी और समृद्धि की दिशा में एक सशक्त पहल है। यदि यह योजना सही रूप में लागू होती रहे, तो आने वाले समय में मध्य प्रदेश देश का अग्रणी कृषि राज्य बन सकता है।